जादुई तालाब की कहानी | Hindi Kahaniyan | Moral Stories | Jadui kahani
जादुई तालाब बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव के किनारे एक विशाल जंगल फैला हुआ था। इस जंगल में हर तरह के पेड़-पौधे, जानवर, और पक्षियों की भरमार थी। गाँव के लोग अक्सर जंगल में जाते थे, वहाँ की ताज़ी हवा में सांस लेने और पेड़ों की छांव में आराम करने के लिए। लेकिन जंगल के सबसे गहरे हिस्से में, एक तालाब था, जिसे लोग 'जादुई तालाब' के नाम से जानते थे। हालाँकि, इस तालाब के बारे में कोई भी खुलकर बात नहीं करता था। लोग कहते थे कि जो इस तालाब के पास जाता है, उसके जीवन में कुछ न कुछ असाधारण घटित हो जाता है। गाँव में एक लड़का था, जिसका नाम अर्जुन था। अर्जुन को हमेशा से रोमांचक कहानियाँ सुनने और अद्भुत जगहों की खोज करने में दिलचस्पी थी। उसने अपने दादा-दादी से कई बार जादुई तालाब के बारे में सुना था, लेकिन उसे कभी भी यह समझ में नहीं आया कि लोग उस तालाब से डरते क्यों थे। "क्या एक तालाब सच में जादुई हो सकता है?" वह अक्सर खुद से यह सवाल पूछता था। बचपन का जादू अर्जुन के बचपन की सबसे पहली याद उसकी माँ की गोद में बैठकर कहानियाँ सुनने की थी। उसकी माँ उसे हर रात कहानियाँ सुनाया कर...